भारतीय ऋषि संस्कृति.....
संसार की सबसे प्राचीन और सर्वोत्तम सनातन संस्कृति यदि कोइ है तो वह है हमारी वैदिक संस्कृति और वैदिक परंपराएं। ऋषियों मुनियों द्वारा संकलित और संवर्धित यह परंपराओं मे मानव जीवन के सर्वागिण और सर्वश्रेष्ठ उन्नति का संपूर्ण ज्ञान विज्ञान समाहित है।
हमारी इस मुल भारतीय वैदिक संस्कृति का संरक्षण ,यथाथँ संवर्धन और प्रचार प्रसार करना।
हमारे पुर्वज महान ऋषियों ने संपुणँ संसार के कल्याण के उद्देश्य से बताए वैज्ञानिक समाधान और उपदेश को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प और विनम्र प्रयास।
मानव जीवन के प्रमुख चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की सहज प्राप्ति का यथाथँ ज्ञान विज्ञान उपलब्ध करवाना।
मह्रर्षि पतंजलि के अष्टांग योग की विधा का सरलीकरण से मानव समाज का उपकार करना।
वर्तमान समय मे भारतीय समाज पर हो रहे पश्चिमी संस्कृति के आक्रमण और दुष्परिणाम को हर संभव स्तर पर रोकना।