Shivir Rules | शिविर की दिनचर्या

आज हम ने भौतिक ज्ञान-विज्ञान के विषय में बहुत उन्नति की हैं। अनेक प्रकार के साधनों के द्वारा अपने जीवन को बहुत प्रकार के सुविधाओं से युक्त किया है ।किन्तु आज हम बहुत परावलम्बी भी हैं और अपनी नैसर्गिक जीवनशैली से बहुत दूर जा रहे हैं, उदाहरण के लिए आज जीवन के कुछ मौलिक प्रश्न जैसे सुख क्या है ? दुःख क्या है ? जीवन का लक्ष्य क्या है ? इत्यादि के विषय में आज की शिक्षा प्रणाली में कोई स्थान नहीं है । इससे स्पष्ट है कि यह अत्यन्त एकांगीन और दिशाहीन है । इसीलिए आज हम इतने साधन संपन्न होते हुए भी अपने अन्दर भय, बन्धन, खालीपन आदि अनुभव करते है । अपने जीवन को सफल बनाने हेतु जीवन के लक्ष्य, उसको प्राप्त करने के मार्ग, उसमें आने वाली बाधाएं, उनका निवारण के उपाय इत्यादि विषयों को समझना अत्यन्त आवश्यक है ।

इन सब विषयों का एक सर्वांगीण दृष्टि से चिन्तन व वर्णन हमारी प्राचीन वैदिक संस्कृती में विद्यमान है । व्यक्ति अपने जीवन में सब प्रकार की उन्नति अर्थात शारीरिक, मानसिक, आत्मिक , सामाजिक, आर्थिक आदि उन्नति करते हुए अपने जीवन के परम लक्ष्य को कैसे प्राप्त करे ? इस विषय का हमारे वैदिक शास्त्रो में अत्यन्त विस्तार से एवं सूक्ष्मता से वर्णन है । यदि हम सुविधाओं से युक्त और समस्याओं से रहित जीवन जीना चाहते हैं तो उसका एक ही मार्ग है – प्राचीन भारतीय शिक्षा और संस्कृती के वास्तविक स्वरुप को जानना ।

अगर आप भी इस विषय मे विस्तार से समझना चाहते है तो इस शिवीर के रूप मे एक सुनहरा अवसर आया है , अवश्य लाभ उठाये और अपने एवं परिवार के जीवन को सफल ,सुखी एवं समृद्ध बनाऐ । मानव मात्र मानव बने |श्रेष्ठ मानव बने |
(विशेष टिपण्णी:- शिविर का माध्यम हीन्दी भाषा मे होगा ।)

(आवश्यक सूचनाए तथा नियमावली)

आपके लिए इस शिविर का आयोजन किया गया है और व्यवस्था हेतु नियम इस प्रकार से है तो कृपया इसका यथायोग्य पालन करे और व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करे|
१. शिविर में अपना स्थान सुनिश्चित करने हेतु पहले से ही पंजीकरण करवाना आवश्यक है| शिविर शुल्क पंजीकरण करवाते समय अधिकृत कार्यकर्ता को देना होगा|
२. कम से कम १० वि कक्षा तक का अभ्यास या हिंदी भाषा का सामान्य ज्ञान होना आवश्यक है|
३. रोगी, अशक्त, वृद्ध, धूम्रपान आदि व्यसनो वाले व्यक्ति कृपया आवेदन न करे|
४. स्थानाभाव, अयोग्यता, अथवा अन्य किसी कारण से प्रवेश न देने पर शिविर शुल्क लौटा दिया जायेगा| शिविर में न आने की स्थिति में शिविर शुल्क लौटाया नहीं जायेगा|
५. शिविर की कक्षा के दौरान मोबाइल का प्रयोग करना निषेध रहेगा|
६. शिविर की दिनचर्या में समर्पित होकर सहयोग करना अनिवार्य रहेगा|
७. जो शिविरार्थी आर्थिक कठिनाई के कारण शुल्क देने में असमर्थ होंगे उनको आवेदन करने पर योग्य जानकर शुल्क में उचित छूट दी जा सकती है|
८. सभी शिविरार्थी अपना आने जाने का प्रबंध समय रहते अपनी अनुकूलता से करे|
९. माथेरान में बंदरो से अपनी रक्षा करे और बंदरो को खाना ना खिलाये, हो सके तो उन्हें परेशान न करे| अपनी निजी वस्तुओ को संभाल के रखे।

शिविर की दिनचर्या

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TASK TIMINGS
१. प्रात: जागरण सुबह ४.४५
२. शौच सुबह ४.४५ से ५.३०
३. व्यायाम सुबह ५.३० से ६.१५
४. स्नान सुबह ६.१५ से ७.१५
५. ध्यान/यज्ञ सुबह ७.१५ से ८.१५
६. प्रात: रास सुबह ८.१५ से ९.१५
७. प्रवचन सुबह ९.१५ से १०.००
८. जलपान सुबह १०.०० से १०.२०
९. प्रवचन सुबह १०.२० से ११.१०
१०. खेलकूद सुबह ११.१० से १२.००
११. भोजन दोपहर १२.०० से १.००
१२. विश्राम दोपहर १.०० से २.४५
१३. चाय/जलपान दोपहर २:५० से ३.१५
१४. प्रवचन दोपहर ३.३० से ४:१५
१५. जलपान दोपहर ४:१५ से ४.३५
१६. प्रवचन दोपहर ४.३५ से ५.२०
१७. खेलकूद शाम ५ .२० से ६.१५
१८. ध्यान शाम ६.१५ से ७.००
१९. भोजन शाम ७.१० से ८.१०
२०.भ्रमण रात्री ८.१० से ८.३०
२१. प्रवचन रात्री ८.३० से ९.३०
२२. शयन रात्री ९.४५
२3. मौन रात्री ९.४५ से सुबह ७.०० 
दोपहर १.०० से ३.००