मनु ने धर्म के दस लक्षण
Posted By:
: 1/1/2018 1:07:25 PM
: ईश्वर
धृति: क्षमा दमोऽस्तेणयं शौचमिन्द्रि यनिग्रह:।धीर्विद्या सत्यउमक्रोधो दशकं धर्मलक्षणम्।। (मनुस्मृकति ६.९२)
अर्थ :-
धृति (धैर्य ),
क्षमा (अपना उपकार करने वाले का भी उपकार करना ),
दम (हमेशा संयम से धर्मं में लगे रहना ),
अस्तेय (चोरी न करना ),
शौच ( भीतर और बाहर की पवित्रता ),
इन्द्रिय निग्रह (इन्द्रियों को हमेशा धर्माचरण में लगाना ),
धी ( सत्कर्मो से बुद्धि को बढ़ाना ),
विद्या (यथार्थ ज्ञान लेना ),
सत्यम ( हमेशा सत्य का आचरण करना )
और
अक्रोध ( क्रोध को छोड़कर हमेशा शांत रहना ) ।
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